मछली खाना अच्छा होता है क्योंकि ये पौष्टिक तत्वों से भरपूर होती हैं। जो आपके दिमाग, शरीर और त्वचा को स्वस्थ रखती हैं। इसके अलावा, मछली आपके आहार में सबसे स्वास्थ्यप्रद और सबसे फायदेमंद प्रोटीन स्रोतों में से एक है।
मछली कई प्रकार की होती हैं। आज हम चंदूवा फिश के बारे में जानेंगे। यह मछली ब्रैमिडे परिवार से संबंधित है, जो समुद्री मछलियों के 35 परिवारों में से एक पर्सीफोर्मिस प्रजाति है।
आइए इस स्वादिष्ट मछली के तथ्यों के बारे में कुछ और बातें जानते हैं।
1. चंदूवा फिश का अवलोकन
2. चंदूवा फिश के पोषण मूल्य
3. चंदूवा फिश के बारे में कुछ रोचक तथ्य
4. चंदूवा फिश के स्वास्थ्य लाभ
5. आहार विशेषज्ञ की सलाह
6. निष्कर्ष
7. सामान्य प्रश्न
चंदूवा फिश के कई स्वास्थ्य लाभ हैं। माना जाता है कि यह मछली शरीर के समग्र विकास, याददाश्त में सुधार और शरीर को मजबूत बनाने में मदद करती है। इसके अलावा सभी लोग इसके सूक्ष्म मीठे स्वाद को आनंद से खाते हैं।
चंदूवा फिश को तीन श्रेणियाँ कुछ इस प्रकार हैं।
1. चांदी/सफेद चंदुवा
2. चीनी चंदुवा
3. काली चंदुवा
चंदूवा मछली को बंगाली में रूपचंद और अंग्रेजी में पॉम्फ्रेट के नाम से जाना जाता है। हालांकि, काले पोमफ्रेट को नल्ला चंडुवा कहा जाता है, और चांदी के पोम्फ्रेट को तेलुगु में टेल्ला चंडुवा कहा जाता है। इस मछली को अमेरिका में बटरफिश और पोम्पानो कहा जाता है।
चंदूवा मछली में वसा की मात्रा अधिक होती है और यह कैल्शियम, विटामिन बी12, ए और डी का एक अच्छा स्रोत है। इसके अलावा, इसमें बड़ी मात्रा में आयोडीन होता है, जो थायरॉयड ग्रंथि के लिए आवश्यक है। यह त्वचा, बालों और आंखों के लिए भी स्वस्थ है।
100 ग्राम चंदूवा मछली में उपलब्ध पोषक तत्व
पोषक तत्व |
काली चंदुवा |
सफेद चंदुवा |
एनर्जी |
111kcal |
87kcal |
प्रोटीन |
20.3g |
17 ग्राम |
फैट |
2.6g |
1.3g |
कार्बोहाइड्रेट |
1.5g |
1.8g |
कैल्शियम |
286mg |
200 mg |
फ़ास्फ़रोस |
306mg |
290mg |
आयरन |
2.3mg |
0.9 mg |
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यहाँ चंदूवा फिश के बारे में कुछ रोचक तथ्य दिए गए हैं जो इसे समुद्री मछलियों के मुकाबले सबसे अलग बनाती हैं।
1. चंदुवा फिश का एक लंबा, एकान्त पृष्ठीय पंख होता है जो इसके शरीर की लंबाई को दर्शाता है और इसकी पूंछ काफी नुकीली होती है।
2. चंदूवा फिश के डोर्सल फिन्स अक्सर अनल फिन्स से बड़े होते हैं।
3. चंदूवा फिश, बंगड़ा फिश या सार्डिन फिश की तरह नहीं सिमटती और सतह पर और गहराई में दोनों में पाई जा सकती है।
4. चंदूवा फिश के लिए प्राथमिक खाद्य स्रोत सल्पिड, हाइड्रोमेडुसे या मैक्रोज़ूप्लांकटन हैं।
5. ताज़े पानी की चंदूवा फिश की तुलना में समुद्री चंदूवा फिश में कुल ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड का अनुपात काफी अधिक होता है।
6. भारत में सबसे आम मछली काली और सफेद चंदूवा हैं।
7. चंदूवा अपने स्वादिष्ट स्वाद और नरम सफेद मीट के कारण प्रसिद्ध है, और इसकी कोमलता और आसानी से टूटने के कारण अधिकांश लोगों के लिए पसंदीदा मीट भी है।
यहाँ कुछ स्वास्थ्य लाभ हैं जो चंदूवा फिश द्वारा प्रदान किये जाते हैं।
1. चंदूवा फिश में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है, जो मनुष्यों के लिए महत्वपूर्ण है। यह हृदय और स्वास्थ्य में सुधार करते हैं और रक्तचाप प्रबंधन में मदद करते हैं।
2. चंदूवा फिश के नियमित सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता और मेटाबॉलिज़्म की प्रक्रिया बढ़ती है।
3. चंदूवा फिश तनाव के स्तर को कम करने और याददाश्त क्षमता में सुधार करने में मदद करती है।
4. चंदूवा फिश में विटामिन डी हड्डियों के विकास में मदद करती हैऔर हमारी त्वचा की कोशिकाओं के कायाकल्प में सहायता कर सकती है।
5. चंदूवा फिश में रेटिनॉल होता है, जो आँखों की रौशनी बढ़ाने में मदद करता है।
6. इस फिश में फैटी एसिड, टिशूज़ की सूजन को कम करने और रूमेटोइड गठिया के लक्षणों से छुटकारा पाने में मदद करता है।
7. माना जाता है कि इस फिश में लीन प्रोटीन कार्डियोवैस्कुलर (सीवीडी) स्वास्थ्य को बनाए रखता है।
8. मानसिक रोगों से ग्रस्त मरीजों को डॉक्टर चंदूवा फिश खाने की सलाह देते हैं। यह तनाव के स्तर को कम करने में मदद करती है।
शोधकर्ताओं का कहना है कि फैटी एसिड से भरपूर मछली ट्यूमर के विकास को कम करने में अधिक सहायक होती है, जबकि ओमेगा -3 और ओमेगा -6 आवश्यक फैटी एसिड होते हैं जो अच्छे स्वास्थ्य को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा, चंदूवा फिश प्रोटीन का अपेक्षाकृत सस्ता स्रोत है। इसलिए, यह लोगों के बजट में आने वाली स्वस्थ विकल्प बन सकती है -डायटीशियन वाजेदा रहमान
चंदूवा फिश भारत में सबसे अधिक खाई जाने वाली फिश में से एक है। ऐसा इसलिए है क्योंकि इसके हाई पोषण मूल्य और कई लाभ हैं। यह हृदय, दृष्टि और मस्तिष्क के स्वास्थ्य में भी सुधार करती है और विभिन्न रोगों और परिवर्तनों के साथ इम्युनिटी को मजबूत करती है।
1. कौन सी चंदूवा अच्छी होती है, काली या सफेद?
ये दोनों मछलियां पौष्टिक होती हैं। हालांकि, काली चंदूवा फिश की तुलना में सफेद चंदूवा फिश में कम कैलोरी, अधिक प्रोटीन और कम फैट होता है।
2. क्या चंदूवा, में मरकरी की मात्रा काम होती है?
हाँ, चीनी चंदूवा में कम मरकरी होती है। हालांकि, इसमें विटामिन बी3, बी12 और डी की मात्रा अधिक होती है।
3. फ्रेश वाटर की चंदूवा फिश के गुण क्या हैं?
फ्रेश वाटर की चंदूवा फिश में एक मीठे, सूक्ष्म स्वाद के साथ नाजुक सफेद मीट होता है। एक दृढ़ बनावट के साथ आकर्षक रूप से परतदार, इसे अपने विशिष्ट स्वाद और बनावट के लिए सबसे नाजुक मछली प्रजातियों में से एक माना जाता है, जो मसालेदार मीन वरुवल और मीन कुजंबु के लिए अच्छे होते हैं।
4. चंदूवा फिश महंगी क्यों होती है?
चंदूवा फिश एक अभिजात्य है और इसकी अत्यधिक मांग है। इसलिए, यह मेहेंगी होती है।
5. क्या चंदूवा फिश स्वादिष्ट होती है?
ब्लैक पॉमफ्रेट / नल्ला चंडुवा फिश 100% प्राकृतिक और ताज़ी होती है। इसमें शून्य ट्रांसफैट होता हैं और यह स्वादिष्ट होती है।
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