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    • cal17-March-2023 adminAkansha Dubey

      सत्तू पाउडर के स्वास्थ्य लाभ और दुष्प्रभाव

    • सत्तू पाउडर एक प्रसिद्ध भारतीय खाद्य सामग्री है! यह एक प्रोटीन युक्त आटा है जिसे चना दाल और अन्य दालों और अनाज को मिलकर/ पीसकर बनाया जाता है। यह झारखंड, बिहार, पंजाब, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश सहित भारत के कई हिस्सों में लोकप्रिय है। सत्तू पाकिस्तान के कई हिस्सों में भी लोकप्रिय है।

      जो कभी कुछ राज्यों तक ही सीमित था, अब एक प्रसिद्ध और विदेशी खाद्य सामग्री बन गया है, यहाँ तक ​​कि यह सुपरमार्केट में भी उपलब्ध होता है। सत्तू विभिन्न रूपों में उपलब्ध होता है, जिसमें गेहूँ, जौ और ज्वार (ज्वार) शामिल होते हैं।

      सुपरफूड के रूप में लोकप्रियता होने वाला यह सबसे नया भोजन है। सत्तू वज़न कम करने, ब्लड शुगर लेवल को प्रवंधित रखने, कोलेस्ट्रॉल कम करने आदि में बहुत लाभदायक है, लेकिन इसके कुछ संभावित दुष्प्रभाव भी हैं। इसका उपयोग अक्सर कुछ झटपट और स्वादिष्ट व्यंजन बनाने के लिए किया जाता है। 

      विषयसूची

      1. घर पर सत्तू पाउडर बनाने की विधि

      2. सत्तू पाउडर के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव

      3. सत्तू पाउडर के स्वास्थ्य लाभ

      4. सत्तू पाउडर के पोषण मूल्य

      5. आहार विशेषज्ञ की सलाह

      6. निष्कर्ष 

      7. सामान्य प्रश्न

      घर पर सत्तू पाउडर बनाने की विधि

      सत्तू पाउडर भुने हुए चने या चना दाल से बनाया जाता है जिसे बारीक पीस लिया जाता है। यह कई मिश्रणों में भी उपलब्ध होता है, जैसे गेहूँ का सत्तू, जौ का सत्तू आदि।

      • 2 कप चना दाल लें, इसे पानी से अच्छी तरह धो लें।
      • इसे 3 कप पानी में 6 से 8 मिनट तक या नरम और मुलायम होने तक पकायें।
      • पानी निकल कर दाल को एक बाउल में डालें।
      • उबली हुई चना दाल को मिट्टी के बर्तन में 3 से 4 घंटे के लिए अलग रख दें।
      • फिर इसे एक कॉटन शीट पर फैलाकर 3 से 4 घंटे के लिए छाया में सूखने के लिए रख दें।
      • फिर सूखी चना दाल को धीमी आंच पर 45 मिनट तक पकायें।
      • चना दाल को पीस कर पाउडर को आप जितना महीन या दरदरा बनाना चाहें बना सकते हैं। 

      सत्तू पाउडर के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव

      सत्तू के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, लेकिन यह हर किसी के अनुरूप नहीं होता। सेवन करने से पहले जागरूक होने के लिए सत्तू के कुछ दुष्प्रभाव यहाँ सूचित किये गए हैं।

      1. अपच पैदा कर सकता है

      सत्तू में कार्बोहाइड्रेट और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व अधिक होते हैं। नतीजतन, डॉक्टर अपच से बचने के लिए विशेष रूप से रात में कम मात्रा में इसका सेवन करने की सलाह देते हैं। अधिक सेवन से पेट में सूजन और गैस हो सकती है। अपच के लिए, इसबगोल को आजमाएं, जो भारतीय घरों में एक लोकप्रिय उपाय है।

      2. किडनी स्टोन रोगियों को परहेज करना चाहिए

      इसमें बहुत सारा सोडियम और प्रोटीन होता है। प्रोटीन साइट्रेट उत्पादन को रोकता है, जबकि नमक यूरिन में कैल्शियम के गठन को बढ़ाता है। वे दोनों किडनी की पथरी बनने का कारण बनते हैं। नतीजतन, किडनी की पथरी सत्तू के संभावित नुकसानों में से एक है।

      सत्तू पाउडर के स्वास्थ्य लाभ

      यहाँ, हमने सत्तू पाउडर के कुछ स्वास्थ्य लाभों को सूचीबद्ध किया है। 

      1. प्राकृतिक समर कूलर

      सत्तू से बनी ड्रिंक गर्मियों के दौरान शरीर को ज़्यादा गरम होने से बचाती है और शरीर के तापमान को काफी कम करती है।

      2. अत्यधिक पौष्टिक

      ड्राई-रोस्टिंग प्रक्रिया जिसके द्वारा सत्तू तैयार किया जाता है, सभी पोषक तत्व प्रदान करती है। इसमें ढेर सारा फाइबर, प्रोटीन, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम होता है।

      3. आंत के लिए लाभदायक

      सत्तू इन्सॉल्यूब्ल फाइबर से भरपूर होता है, जो आंतों के लिए बहुत अच्छा होता है। यह कोलन को स्मूद भोजन, कब्ज़ और एसिड से साफ और डिटॉक्स करता है।

      4. वज़न घटाने में सहायक

      अगर आप वज़न कम करना चाहते हैं तो खाली पेट सत्तू पाउडर का सेवन करना शुरू करें। यह ब्लोटिंग को कम करता है, मेटाबॉलिज़्म को बढ़ाता है और प्रभावी रूप से कैलोरी बर्न करता है।

      5. ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करता है

      सत्तू का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है। इसके अलावा, इसमें प्रोटीन जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो ब्लड शुगर के स्तर को कम करने में सहायता करते हैं। नतीजतन, डाइबिटीज़ रोगी अपने ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए इसका सेवन कर सकते हैं।

      6. कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है

      सत्तू का हाई फाइबर कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में सहायता करता है। नतीजतन, यह कोरोनरी आर्टरीज़ की रक्षा करके हृदय रोग के जोखिम को कम करता है।

      सत्तू पाउडर के पोषण मूल्य

      इस सुपरफूड के हर 100g में होते हैं:

      • ऊर्जा- 413 Kcal
      • सोडियम- 158 g
      • कार्बोहाइड्रेट- 64 g
      • प्रोटीन- 25 g
      • फाइबर- 18 g
      • फैट - 5 g

      आहार विशेषज्ञ की सलाह

      सत्तू आयरन, मैंगनीज़ और मैग्नीशियम में भी उच्च और सोडियम में कम होता है। हाई इन्सॉल्यूब्ल फाइबर सामग्री के कारण सत्तू आंतों के लिए फायदेमंद होता है। इसके अलावा, यह आंतरिक आराम प्रदान करने के लिए कूलिंग एजेंट के रूप में कार्य करते हुए ऊर्जा प्रदान करता है।

      इसके कई अन्य स्वास्थ्य लाभ हैं। नतीजतन, मैं दृढ़ता से सलाह देती हूँ, कि गर्मियों में दिन में एक बार और अन्य दिनों में सप्ताह में दो बार सत्तू का सेवन करें।

      -डाइटीशियन लवीना चौहान

      निष्कर्ष 

      सत्तू आमतौर पर मज़दूरों के बीच इसकी लोकप्रियता और आटे की कम कीमत के कारण एक गरीब आदमी का भोजन होने से जुड़ा हुआ है। यह एक स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन है जो संपूर्ण पोषण प्रदान करता है। हालांकि, सत्तू के फायदों पर ज़्यादा ध्यान दिया जाना चाहिए ताकि लोग इसका सेवन कर सकें और इसके फायदे उठा सकें।

      सामान्य प्रश्न

      1. क्या सत्तू चने के आटे जैसा ही है?

      सत्तू या भुने चने का आटा, सूखे भुने और फूले हुए गेहूँ और चना दाल से बने अनाज का एक अनोखा संयोजन है, इसे एक टॉनिक माना जाता है जो पेट को ठंडक पहुँचाता है और पाचन में मदद करता है। सत्तू एक पौष्टिक, हल्का भोजन है जो डिटॉक्स करने में मदद करता है क्योंकि यह सॉल्युबल फाइबर से भरपूर होता है।

      2. क्या सत्तू से गैस बनती है?

      इसका अधिक मात्रा में सेवन करने से पेट में गैस बन सकती है। इसलिए जिन लोगों को गैस की समस्या है उन्हें इसका सेवन कम मात्रा में ही करना चाहिए। साथ ही जिन लोगों के पित्ताशय में पथरी है उन्हें सत्तू के सेवन से बचना चाहिए।

      3. क्या सत्तू पाउडर प्रोटीन पाउडर से बेहतर है?

      सत्तू पाउडर में कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम जैसे प्रोटीन और मिनरल होते हैं, जो वर्कआउट के बाद टिशू की रिपेयरिंग के लिए आवश्यक होते हैं। इसमें काम्प्लेक्स कार्बोहाइड्रेट भी होते हैं, जो ऊर्जा प्रदान करने के लिए आवश्यक होते हैं।

      4. क्या पीरियड्स के दौरान सत्तू पी/खा सकते हैं?

      सत्तू पोषक तत्वों से भरपूर पेय है जो महिलाओं को गर्भावस्था और मासिक धर्म के दौरान खोए हुए पोषक तत्वों को प्राप्त करने में मदद करता है और स्वस्थ रहने के लिए ऊर्जा प्रदान करता है।

      5. क्या सत्तू यूरिक एसिड बढ़ाता है?

      सत्तू ड्रिंक के कई फायदे हैं। लेकिन, अगर आप किडनी की किसी बीमारी से पीड़ित हैं या आपके शरीर में यूरिक एसिड का स्तर अधिक है, तो आपको सत्तू के सेवन से बचना चाहिए।

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