क्या आप कतरना फिश के बारे में जानते हैं? यह अक्सर बारिश के मौसम में बाढ़ वाली नहरों और धान के खेतों में पायी जाती हैं।
कतरना, या तंगरा फिश, कैटफ़िश जाती की फिश है। इसका वैज्ञानिक नाम मिस्टस कवासियस है, कतरना एक फ्रेश वाटर फिश है जो झीलों, नदियों और तालाबों में पाई जाती है।
यह मछली छोटी होती है और ज़्यादातर भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, म्यांमार और श्रीलंका में पाई जाती है। इसके कई स्वास्थ्य लाभ हैं, यह ब्लड प्रेशर, जोड़ों के दर्द और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बेहतरीन मानी जाती है।
इस मछली को विभिन्न तरीकों से पकाया जा सकता है, और इसे ग्रिल, पैन-फ्राइड, स्मोक्ड, ड्राई या बेक किया जा सकता है।
1. कतरना फिश के पोषण मूल्य
2. कतरना फिश के स्वास्थ्य लाभ
3. कतरना फिश पकाने की विधियाँ
4. आहार विशेषज्ञ की सलाह
5. निष्कर्ष
6. सामान्य प्रश्न
प्रति 100g कतरना फिश में होते हैं
कतरना फिश बालों के समय से पहले सफेद होने को रोकने/धीमा करने में मदद करती है और त्वचा की परेशानियों का इलाज करने में भी मदद करती है।
कतरना फिश रक्तचाप के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करती है जो हृदय को स्वस्थ और रोग मुक्त रखने में सहायता करती है। कतरना फिश के नियमित सेवन से मधुमेह रोगियों में उच्च रक्तचाप को कम करने में मदद मिलती है।
यह विटामिन D और कैल्शियम से भरपूर होती है और हड्डियों को मज़बूत बनाने और सूजन को कम करने में मदद करती है।
यह नर्वस सिस्टम को मज़बूत करती है और नियमित रूप से सेवन करने पर बच्चों की याददाश्त बढ़ाती है।
कतरना फिश में हीमोग्लोबिन बढ़ाने वाले गुण होते हैं, जो बच्चे के अंगों के उचित विकास में मदद करते हैं। यह माँ के शरीर के लिए भी फायदेमंद होती है।
कतरना फिश में विटामिन C, E और प्रोटीन अच्छी मात्रा में होता है, जो अन्य मछलियों की तुलना में अधिक है।
कतरना फिश विटामिन C की उपस्थिति के कारण इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करती है, शरीर से संक्रमण को दूर रखती है, और खेल/एथलेटिक्स में शामिल लोगों में थकान को कम करती है।
यहाँ कतराना फिश के कुछ स्वादिष्ट व्यंजन दिए गए हैं।
स्वादिष्ट, अनोखे स्वाद वाली कतरना फिश विटामिन और प्रोटीन की अच्छाई के साथ एक बंगाली व्यंजन है।
सामग्री
व्यंजन विधि
1. कतरना फिश को अच्छी तरह से साफ कर लें, नमक और हल्दी पाउडर लगाकर कुछ देर के लिए छोड़ दें।
2. एक पैन लें, उसमें थोड़ा सा सरसों का तेल और कतरना फिश डालें और मध्यम आंच पर इसका रंग बदलने और थोड़ा कुरकुरा होने तक भूनें। - इसके बाद भुनी हुई मछली को दूसरी प्लेट में रख लें।
3. उसी पैन में बचा हुआ तेल डालें, उसमें दाल, बैंगन और आलू डालकर मिलाएँ और सब्ज़ियों को भून लें।
4. उसी पैन में काले तिल डालें और उन्हें चटकने दें।
5. देखें कि मसाला ठीक से पका है या नहीं।
6. ग्रेवी बनाने के लिए मछली, चीनी, नमक और थोड़ा पानी डालकर 2-3 मिनट तक पकने दें, फिर धनिया पत्ती से गार्निश करके सर्व करें।
मिश्रित सब्ज़ी कतरना फिश करी को मछली से सबसे अधिक पोषक तत्व मिलते हैं और इसे मिश्रित सब्ज़ियों के गुणों के साथ बनाया जाता है।
सामग्री
मैरिनेशन के लिए:
करी के लिए
व्यंजन विधि
1. मछली को साफ करके 2-3 बार पानी से अच्छी तरह धो लें।
2. मछली को नींबू के रस, हल्दी पाउडर और नमक के साथ मैरीनेट करें।
3. एक गहरा पैन लें, उसमें थोड़ा तेल डालें और उसमें मछली डालकर दोनों तरफ से हल्का ब्राउन होने तक भूनें और एक प्लेट में रख लें।
4. उसी पैन में काले तिल डालें और उन्हें चटकने दें।
5. मिर्च के साथ कटा हुआ लहसुन और कटा हुआ प्याज डालें और प्याज को ब्राउन होने तक पकने दें।
6. बाकी सब्ज़ियाँ डालकर मध्यम आंच पर पकाएं। इसे कुछ देर के लिए ढककर रख दें और चैक करें कि ये अच्छे से पक जाएं।
7. नमक, हल्दी, जीरा पावडर, धनिया और लाल मिर्च पावडर डालकर अच्छी तरह मिलाएँ।
8. तली हुई कतरना फिश डालें और कटा हरा धनिया डालें।
9. फिश और सब्ज़ियों को एक साथ न मिलाएं, नहीं तो मछली टूट जाएगी।
10 इसे रोटी या पराठे के साथ परोसें।
मछली के साथ पोस्टो रेसिपी जो आपके मुंह में पानी ले आएगी।
सामग्री
व्यंजन विधि
1. मछली को हल्दी और नमक के साथ मैरिनेट करके कुछ देर के लिए रख दें।
2. मछली को थोड़े से तेल में सुनहरा भूरा होने तक भूनें।
3. उसी पैन में कटा हुआ प्याज, हरी मिर्च और चीनी नरम होने तक डालें।
4. हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, नमक और पानी डालें, ताकि मसाला ना जले।
5. मटर और पोस्टो पेस्ट डालें और अच्छी तरह मिलाएँ।
6. गर्म पानी डालें और कुछ देर उबलने दें।
7. भुनी हुई मछली डालें और पोस्तो फिश को गाढ़े होने तक पकाएं।
8. फिर हरा धनिया डालकर स्टीम्ड राइस के साथ सर्व करें।
कतरना फिश विटामिन C से भरपूर होती है, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है और संक्रमण के जोखिम को कम करने में मदद करती है। इसमें विटामिन D और कैल्शियम होता है, जो हड्डियों की मज़बूती को बढ़ाने में मदद करता है।
आहार विशेषज्ञ के रूप में, मैं कैल्शियम और विटामिन D की अच्छी मात्रा वाली मछली खाने की सलाह देती हूँ क्योंकि लोगों में विटामिन D की कमी होने का खतरा अधिक होता है, जिसे नियमित रूप से कतरना फिश खाने से रोका जा सकता है।
-डाइटीशियन अक्षता गांडेविकर
कतरना फिश फ्रेश वॉटर फिश है जो बाज़ार में आसानी से उपलब्ध होती है और इसका स्वाद बहुत अच्छा होता है, और आप अपनी पसंद के अनुसार इसमें स्वाद बढ़ा सकते हैं। कतरना फिश समग्र स्वास्थ्य के लिए अच्छी होती है और इसके कोई दुष्प्रभाव नहीं है जब तक कि आपको गंभीर एलर्जी न हो।
1. कतरना फिश मुख्य रूप से कहाँ पायी जाती है?
कतरना फिश मुख्य रूप से नेपाल, भारत और पाकिस्तान में पाई जाती है।
2. कतरना फिश में कौन से पोषक तत्व पाए जाते हैं?
कतरना फिश में विटामिन C, कैल्शियम, विटामिन D और कई अन्य सूक्ष्म पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
3. क्या कतरना के कोई दुष्प्रभाव है?
नहीं, कतरना फिश के कोई दुष्प्रभाव नहीं हैं।
4. क्या कतरना फिश का सेवन मधुमेह और उच्च रक्तचाप के रोगियों के लिए अच्छा है?
हाँ, मधुमेह और उच्च रक्तचाप से ग्रस्त लोग कतरना फिश का सेवन कर सकते हैं क्योंकि यह उनके बढ़ते शुगर के स्तर और रक्तचाप को कम करने में मदद करती है।
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