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    • cal07-December-2022 adminAkanksha Dubey

      सीताफल के स्वास्थ्य लाभ और दुष्प्रभाव

    • इसके आकार के कारण, ट्रॉपिकल फल सीताफल को गोल्डन कस्टर्ड एप्पल, चेरिमोया और शरीफा के रूप में भी जाना जाता है। फल में आमतौर पर काले या भूरे रंग के बीज होते हैं और दानेदार बनावट के साथ सफेद, चिपचिपा गूदा होता है।

      पके सीताफल की सुगंध बहुत मनमोहक होती है। यह फल बहुत नाज़ुक होता है और आसानी से टूट सकता है। इसके हाई फाइबर, विटामिन और मिनरल कंटेंट के कारण इम्युनिटी बढ़ाने, सूजन को कम करने और आँखों और हृदय के स्वास्थ्य को बढ़ाने सहित कई स्वास्थ्य लाभ हैं।

      हालांकि, ज़्यादा खाने के परिणामस्वरूप कई प्रतिकूल दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं। जहाँ अमेरिका में सबसे पहले इस फल की खेती की गई थी अब भारत में प्रीमियम सीताफल की सबसे अधिक उपज महाराष्ट्र में होती है। हालांकि, भारत, गुजरात, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में बहुत  सीताफल उगाये जाते हैं।

      ToneOp द्वारा बताये गए सीताफल के लाभ और दुष्प्रभावों के बारे जानने के लिए आगे पढ़ें!

      विषयसूची

      1. सीताफल के स्वास्थ्य लाभ

      2. सीताफल के दुष्प्रभाव

      3. आहार विशेषज्ञ की सलाह 

      4. निष्कर्ष 

      5. सामान्य प्रश्न

      सीताफल के स्वास्थ्य लाभ

      सीताफल के अनेकों लाभ हैं और इसमें अच्छी मात्रा में पोषण तत्व भी होते है। इसके कुछ स्वास्थ्य लाभ इस प्रकार हैं:

      1. कैंसर सेल्स के विषैले प्रभाव को कम करता है

      सीताफल में एंटीकैंसर गुण पाए गए हैं, जो किसी भी प्रतिकूल दुष्प्रभाव का अनुभव किए बिना रोगियों में स्तन कैंसर के प्रसार को धीमा करने में मदद कर सकते हैं।

      कई ICMR (इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च) प्रयोगशाला अध्ययनों के अनुसार, इसका कच्चा अर्क और इसके आइसोलेटेड कंपाउंड्स के रूप में यह एंटीकैंसर गतिविधि प्रदर्शित करता है। सीताफल की पत्तियों के अर्क में कैंसर सेल्स के फैलाव और विषाक्त प्रभावों को रोकने की क्षमता होती है। हालांकि, कैंसर जैसी मेडिकल कंडीशंस के लिए फलों या सब्ज़ियों का उपयोग करने से पहले, डॉक्टर से परामर्श करना अच्छा होता है।

      2. बालों का झड़ना कम करता है

      एनआईएन (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूट्रिशन) के शोध में कहा गया है कि सीताफल के बीजों का तेल बालों के विकास को बढ़ा सकता है। इसके बीजों के तेल के एंटी-इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज़ मस्तिष्क की सूजन को कम करने और बालों के झड़ने को कम करने में मदद करते हैं।

      इसके अतिरिक्त, यह स्कैल्प में पोषक तत्वों को अवशोषित करने में मदद करता है, जो बालों को बढ़ाते हैं। सीताफल आयरन से भरपूर होता है, जो स्कैल्प के ब्लड फ्लो को बढ़ाने में मदद करता है, बालों के रोम को उत्तेजित करता है और बालों के विकास में मदद करता है।

      3. पोस्टपार्टम मिल्क प्रोडक्शन को बढ़ाता है

      सीताफल में विटामिन ए और सी प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो गर्भस्थ शिशु के विकास में सहायता कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यह प्रसव के दौरान पीड़ा को कम कर सकता है, गर्भपात के ज़ोखिम को कम करता है और पोस्टपार्टम मिल्क प्रोडक्शन को बढ़ाता है। यह गर्भस्थ शिशु की विकासशील त्वचा, आँखों, बालों और रक्त से संबंधित टिशूज़ के लिए भी शानदार होता है।

      4. त्वचा में सुधार करता है

      सीताफल सीबम (तेल) के उत्पादन को कम करता है, त्वचा के रोम छिद्रों को साफ करता है, और मुंहासों को रोकता है। यह त्वचा को चिकना और चमकदार बनाता है। सीताफल त्वचा का रंग साफ़ रखता है। यह अमीनो एसिड का एक समृद्ध स्रोत है और कोलेजन को सीस्थेसिस करने में सहायता करता है, और इसका प्रोटीन लम्बे समय तक त्वचा को स्वस्थ रहता है।

      सीताफल के दुष्प्रभाव

      भले ही सीताफल पोषक तत्वों से भरपूर होता है, लेकिन इसका अधिक सेवन आपके स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है। सीताफल के अत्यधिक सेवन से निम्नलिखित प्रतिकूल प्रभाव हो सकते हैं:

      1. वज़न बढ़ने का कारण बन सकता है

      सीताफल वज़न बढ़ने का कारण बन सकता है क्योंकि इनमें कैलोरी अधिक होती है। इसमें स्वस्थ वज़न बढ़ाने के लिए पर्याप्त शुगर होती है, लेकिन इन खाद्य पदार्थों के अत्यधिक सेवन से बचना चाहिए क्योंकि वे शरीर के अन्य अंगों के अलावा लीवर और किडनी को नुकसान पहुँचा सकते हैं। मधुमेह रोगियों को सीताफल खाने से बचना चाहिए क्योंकि यह ब्लड शुगर  के स्तर को बढ़ा सकता है।

      2. अत्यधिक फाइबर कंटेंट

      इसमें हाई फाइबर होता है, और इसको बहुत अधिक खाने से अस्थायी रूप से वज़न बढ़ सकता है और सूजन हो सकती है। कुछ मामलों में, अत्यधिक फाइबर आपको बीमार कर सकता है। इससे कब्ज़, उल्टी या गैस हो सकती है। हाई फाइबर कंटेंट के कारण सीताफल का अधिक सेवन आपको बीमार कर सकता है।

      3. कुछ चिकित्सीय स्थितियों पर प्रभाव

      यदि आप पहले से ही दवाएँ लेते हैं, तो आपको सीताफल का सेवन कम मात्रा में करना चाहिए। क्योंकि ये ब्लड प्रेशर को कम कर देते हैं और आपका ब्लड प्रेशर का स्तर अचानक से गिर सकता है। इसलिए इस फल का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह ज़रूर लें।

      4. सीताफल के बीजों से दूर रहें

      सीताफल के बीज के संपर्क में आने पर त्वचा, विशेष रूप से आँखों पर प्रभाव पद सकता है। एनआईएन द्वारा किए गए अध्ययनों के अनुसार, सीताफल के बीजों के चूर्ण को लगाने से असहनीय दर्द होता है और त्वचा लाल हो जाती है।

      इसके अलावा, इससे आंखों में गंभीर प्रभाव पद सकता है जो आँखों अंधेपन में बदल सकता है। इसलिए, आमतौर पर यह सलाह दी जाती है कि सीताफल के बीजों से बचें।

      आहार विशेषज्ञ की सलाह 

      सीताफल को पारंपरिक भारतीय मिठाइयों और कस्टर्ड में शामिल करने के साथ, सीताफल अपने अच्छे पोषक तत्वों के लिए बहुत प्रसिद्ध है। यह इम्युनिटी को बढ़ाता है, हृदय को स्वस्थ रखता है, और त्वचा को फिर से जीवंत करने में मदद करता है क्योंकि इसमें कैलोरी, शुगर, स्वस्थ फैट और कई आवश्यक विटामिन, मिनरल और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं।

      आप इस स्वादिष्ट फल को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। याद रखें, इसका सेवन संयम से ही करें।

      -डाइटीशियन लवीना चौहान

      निष्कर्ष 

      सीताफल एक मलाईदार बनावट वाला, मीठा ट्रॉपिकल फल है। यह स्वस्थ पोषक तत्वों से भरपूर होता है जो पाचन, इम्युनिटी और मूड को स्वस्थ रखता है। सीताफल के गूदे और बीजों में कम मात्रा में जहरीले पदार्थ मौजूद होते हैं। सीताफल को सुरक्षित रूप से खाने से पहले छिलके को छील लें और इसके बीज निकाल दें। इस लाभदायक फल को संतुलित आहार में शामिल करने से पोषक तत्वों को प्राप्त करने में फायदा होता है।

      सामान्य प्रश्न

      1. क्या सीताफल थायराइड के लिए अच्छा होता है?

      हाँ! सीताफल थायराइड के प्रबंधन में उपयोगी होता है। इसकी पत्तियाँ और बीज के अर्क में एक बायोएक्टिव यौगिक होता है जो ब्लड में T3 और T4 की जमाव को कम करता है। यह शरीर में थायराइड हार्मोन के उपयोग को भी बढ़ाता है।

      2. क्या सीताफल पेट के लिए अच्छा होता है?

      हाँ! सीताफल पेट के लिए अच्छा हो सकता है। यह डाइटरी फाइबर में समृद्ध होता है, जो आंतों की रौघेज को जोड़ता है और पाचन को बढ़ाता है। यह गैस्ट्रिक एसिड के स्तर को भी कम करता है, एसिड के साथ-साथ गैस्ट्रिक अल्सर को भी रोकता है।

      3. अगर गर्भवती महिला गलती से सीताफल के बीज खा ले तो क्या होता है?

      सीताफल के बीज अपने जहरीले प्रभाव के कारण गर्भपात करा सकते हैं। इसलिए आमतौर पर गर्भावस्था में सीताफल के बीजों से बचने की सलाह दी जाती है।

      4. सीताफल शरीर के लिए गर्म होता है या ठंडा ?

      चूंकि सीताफल हाइड्रेटिंग क्षमताओं और गुणों के साथ नमी से भरपूर होता है, इसलिए यह एक बेहद ठंडा फल है। आयुर्वेदिक का सुझाव है कि इसका सेवन करने से शरीर के तापमान को कम करने में मदद मिल सकती है, जिसका अर्थ है कि शरीर की अधिक गर्मी वाले लोग इससे लाभान्वित हो सकते हैं।

      Toneop के बारे में

      TONEOP एक ऐसा मंच है, जो लक्ष्य-उन्मुख आहार योजनाओं और व्यंजनों की एक विस्तृत श्रृंखला के माध्यम से आपके अच्छे स्वास्थ्य को बेहतर बनाने और बनाए रखने के लिए समर्पित है। यह हमारे उपभोक्ताओं को मूल्य वर्धित सामग्री प्रदान करने का भी इरादा रखता है।

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