बाम फिश के स्वास्थ्य लाभ और पोषण मूल्य



बाम फिश की लंबाई बहुत अधिक होती है। यह सांप जैसी दिखती है और यह एक लोकप्रिय समुद्री भोजन है। बाम फिश मुख्य रूप से एशियाई देशों, विशेषकर जापान में पाई जाती है।
ज़्यादातर लोग इसे खाने से डरते हैं क्योंकि यह एक छोटे सांप की तरह दिखती है। फिर भी, बहुत से लोग बाम फिश को पोषण मूल्य और अन्य लाभों के लिए अपने भोजन में शामिल करते हैं। कई अध्ययनों ने बाम फिश के विभिन्न स्वास्थ्य लाभों की खोज की है क्योंकि इसमें किसी अन्य मांस की तुलना में अधिक पोषक तत्व होते हैं।
आइए ToneOp के इस ब्लॉग में हम विशेषज्ञों द्वारा बताये गए बाम फिश से जुड़े तथ्यों के बारे में जानें।
विषयसूची
1. बाम फिश के पोषण मूल्य
2. बाम फिश के अन्य तथ्य
3. बाम फिश खाने के स्वास्थ्य लाभ
4. बाम फिश की हेल्दी रेसिपी
5. आहार विशेषज्ञ की सलाह
6. निष्कर्ष
7. सामान्य प्रश्न
बाम फिश के पोषण मूल्य
बाम फिश अत्यधिक पौष्टिक और उच्चतम ओमेगा-3-समृद्ध स्रोतों में से एक है। इस मछली में कोई कार्बोहाइड्रेट नहीं होते लेकिन इसमें 18 अमीनो एसिड और विटामिन A, C, E और K, B-कॉम्प्लेक्स विटामिन B1, B2, B3, B6, फोलेट, B5, B12 और कोलीन होते हैं।
इससे पता चलता है कि वे हृदय के लिए स्वस्थ हैं, यह केंद्रीय नर्वस सिस्टम के लिए लाभकारी होती है, दृष्टि में सुधार करती है, बालों का तेज़ी से विकास करती है, त्वचा को ग्लोइंग रखने में मदद करती है और त्वचा के स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन मानी जाती है, और इसमें सेलेनियम होता है, जो मस्तिष्क कार्य में सहायक होता है।
आइए अब हम बाम फिश के निहित पोषक तत्वों के बारे में जानें:
लगभग 100 ग्राम बाम फिश में होते हैं:
- कैलोरी- 236 Kcal
- कार्बोहाइड्रेट- 0g
- फैट- 15.0g
- सैचुरेटेड- 3.0g
- ओमेगा-3- 838mg
- ओमेगा-6- 251 mg
- प्रोटीन- 23.7g
विटामिन (दैनिक मूल्य में)
- विटामिन A- 126% DV
- विटामिन B 12- 120% DV
- विटामिन D- 53% DV
- विटामिन E- 34% DV
- नियासिन (B3)- 28% DV
- थियामिन (B1)- 15% DV
- कोलाइन- 12% DV
- पैंटोथेनिक एसिड (B5)- 6% DV
- विटामिन B 6- 5% DV
- फोलेट: 4% DV
- राइबोफ्लेविन (B2): 4% DV
- विटामिन के: 1% DV
मिनरल (दैनिक मूल्य में)
- फास्फोरस- 22% DV
- ज़िंक - 19% DV
- सेलेनियम- 15% DV
- पोटेशियम- 7% DV
- मैग्नीशियम- 6% DV
- आयरन- 4% DV
- कॉपर- 3% DV
- सोडियम- 3% DV
- कैल्शियम- 2% DV
- मैंगनीज़ - 2% DV
बाम फिश के अन्य तथ्य
- बाम फिश का रक्त मनुष्यों और अन्य जीवित प्राणियों के लिए जहरीला होता है, लेकिन पकाने और पाचन प्रक्रिया से इसके विषाक्त पदार्थ नष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा, चार्ल्स रिचेत द्वारा नोबेल-विजेता शोध में, बाम का रक्त सीरम से प्राप्त विष का उपयोग एनाफिलेक्सिस की खोज के लिए किया गया था (इसे कुत्तों में इंजेक्ट करके उसके प्रभाव को देखकर)।
- यह ताज़े और खारे पानी दोनों में जीवित रहती है।
- बाम में मरकरी का उच्च स्तर मनुष्यों में डिप्रेशन और चिंता का कारण बन सकता है।
- जब इसे सीज़न किये बिना बनाया जाता है तो बाम से ग्लूटेन ख़त्म हो जाता है। इसके अलावा, बाम प्राकृतिक रूप से फैट फ्री भोजन है।
बाम फिश के स्वास्थ्य लाभ
सोडियम में कम होने से लेकर बिना चीनी वाली और फास्फोरस में उच्च होने तक, बाम फिश के कई स्वास्थ्य लाभ हैं, जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
1. त्वचा स्वास्थ्य को बनाये रखती हैं
बाम फिश में कुछ ऐसे पदार्थ या पोषक तत्व होते हैं जो आपकी त्वचा के स्वास्थ्य के लिए आदर्श होते हैं, जो गर्मी में आपके शरीर को ठंडा रखते हैं। बॉडी कूलर के रूप में कार्य करने के अलावा, बाम फिश आपके शरीर को विषाक्त पदार्थों या मृत सेल्स से लड़ने में भी सहायता करती है।
2. खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करती है
कोलेस्ट्रॉल दो प्रकार के होता हैं; अच्छा और बुरा। आपके शरीर को ठीक से काम करने के लिए अच्छे कोलेस्ट्रॉल की आवश्यकता होती है। लेकिन दूसरी ओर, अतिरिक्त खराब कोलेस्ट्रॉल हृदय की ब्लड वेसेल्स में जमा होने लगता है, रक्त प्रवाह में बाधा उत्पन्न करता है और हृदय रोग का कारण बन सकता है। बाम फिश खराब कोलेस्ट्रॉल को नष्ट कर सकती है।
3. आंखों और दिमाग के लिए फायदेमंद
बाम ने कुछ शोधों के शुरुआती चरणों में मस्तिष्क के विकास और नर्वस सिस्टम के कार्य में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इसमें ओमेगा 3 और ओमेगा 6 फैट होते हैं, जो दिमाग के लिए फायदेमंद होते हैं। यह बेहतर और स्वस्थ दृष्टि को भी प्रोत्साहित करती है। विशिष्ट दृष्टि समस्याओं वाले लोगों के लिए बाम फिश का सेवन एक बेहतर उपाय है।
4. मधुमेह के जोखिम को कम करती है
क्योंकि बाम फिश में कोई कार्बोहाइड्रेट नहीं होता, ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैट और प्रोटीन में उच्च होती है, इसे उन खाद्य पदार्थों में शामिल किया जा सकता है जो मधुमेह को प्रबंधित करने में मदद करते हैं; यह इंसुलिन के उत्पादन और आपके शरीर में ब्लड शुगर के स्तर के की सामान्य बनाये रखने में सहायता करता है। नतीजतन, विशेष रूप से टाइप 2 मधुमेह के विकास की संभावना कम हो जाती है।
5. हृदय संबंधी जोखिमों को कम करती है
हृदय रोग के कई प्रकार और कारण होते हैं। बाम फिश को उच्चतम ओमेगा-3 फिश में से एक के रूप में माना जाता है। यह मधुमेह और हृदय से संबंधित अन्य बीमारियों की शुरुआत को टाल सकती है। इसके अलावा, हम पहले से ही जानते हैं कि बाम ब्लड सिस्टम में खराब कोलेस्ट्रॉल के निर्माण से लड़ने में मदद करती है और आपके रक्त में किसी भी खराब कोलेस्ट्रॉल को नष्ट कर सकती है।
बाम फिश की स्वस्थ व्यंजन विधि
ToneOp आपके लिए बाम फिश के लिए एक स्वादिष्ट बंगाली रेसिपी लेकर आया है, जिसे आपको निश्चित रूप से आज़माना चाहिए।
बंगाली बाम फिश करी
बाम फिश का वैज्ञानिक नाम "मास्टासेम्बेलस आर्मेटस" है। हम इस फिश करी को मसालेदार बनाते हैं जैसा कि वर्णन किया गया है।
सामग्री
- बाम फिश - 1 बड़े आकर में कटी हुई
- कटी हुआ प्याज - 2 कप
- कटा हुआ टमाटर- 1 कप
- हल्दी पाउडर- 1 छोटा चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर- 2 छोटे चम्मच
- हरी मिर्च - 5 से 6 पीस
- धनिया पाउडर- 2 छोटे चम्मच
- जीरा पाउडर- 1 छोटा चम्मच
- अदरक का पेस्ट- 1 छोटा चम्मच
- लहसुन का पेस्ट- 1 छोटा चम्मच
- तेल - 2 बड़े चम्मच
- पानी- 2 कप
- धनिया पत्ती - 2 से 3 डंठल
- नमक - स्वादानुसार
व्यंजन विधि
1. मछली को मध्यम आकार के टुकड़ों में काट लें और अच्छी तरह धोकर एक तरफ रख दें।
2. गैस पर एक पैन गरम करें और उसमें थोड़ा सा तेल डालें। - फिर इसमें प्याज और कटे हुए टमाटर डालकर प्याज को हल्का ब्राउन होने तक भूनें।
3. अदरक और लहसुन का पेस्ट डालें और 2-3 मिनट के लिए पकाएं। - फिर हल्दी पाउडर, लाल मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर, जीरा पाउडर, नमक और 1 कप पानी डालकर पकाएं।
4. जब मसाला पक जाए तो पैन में मछली और एक कप पानी डालें। तेज़ आंच पर 15 मिनट तक पकाएं। हरी मिर्च और हरा धनिया डालकर 3 मिनट और पकाएं।
5. करी हो जाने पर चावल के साथ बंगाली मसालेदार बाम फिश करी का आनंद लें।
आहार विशेषज्ञ की सलाह
चूंकि बाम फिश अत्यधिक पौष्टिक होती है और सुपरफूड्स की श्रेणी में आती है, इसलिए इसे अपने भोजन में शामिल करना हमेशा अच्छा होता है। आप इससे कई दिलचस्प व्यंजन बना सकते हैं, जैसे कि करी, स्मोक्ड, ग्रिल्ड, रोस्टेड, स्टीम्ड आदि।
यदि आप मांसाहारी हैं, तो आप सप्ताह में कम से कम दो बार मछली खाते हैं, लेकिन यह वास्तव में उपलब्धता पर निर्भर करता है क्योंकि यह फैट फ्री आहार के लिए एक अच्छा विकल्प है।
-डाइटीशियन लवीना चौहान
निष्कर्ष
बाम फिश उच्च पोषण मूल्य वाली एक स्वादिष्ट समुद्री भोजन है। यह विटामिन A, D और B12 के साथ-साथ प्रोटीन और ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर होती है। तो अगली बार जब आपको बाज़ार में बाम फिश दिखे, तो इसे अवश्य खरीदें।
सामान्य प्रश्न
1. क्या बाम उच्च कोलेस्ट्रॉल को कम करती है?
अध्ययनों से पता चलता है कि बाम कोलेस्ट्रॉल कम करती है,ब्लड प्रेशर को संतुलित करती है और गठिया के विकास के जोखिम को रोकती है। इसके अलावा, ओमेगा -3 फैटी एसिड की उच्च सामग्री टाइप 2 मधुमेह के विकास के जोखिम को कम करती है। यह हृदय संबंधी जोखिम कारकों को भी कम करती है।
2. क्या बाम फिश में मरकरी अधिक होती है?
फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के मुताबिक, बाम में मरकरी कम होती है। इसलिए, एक गर्भवती महिला हर हफ्ते 6 ounce के लगभग दो सर्विंग सुरक्षित रूप से खा सकती हैं।
3. क्या बाम फिश पाचन के लिए अच्छी होती है?
बाम फिश में विटामिन A, D, E, B1, B2, B12 और फॉस्फोरस सहित विटामिन और मिनरल का एक प्रभावशाली वर्गीकरण होता है। यह मिनरल स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है क्योंकि यह आपके शरीर के पीएच स्तर को संतुलित करने में मदद करता है, पाचन और मेटाबॉलिज़्म में सुधार करता है, और शरीर को पोषक तत्वों को बेहतर ढंग से अवशोषित करने में सक्षम बनाता है।
4. क्या बाम फिश स्वस्थ है?
वे स्वस्थ ओमेगा -3 फैटी एसिड का एक शानदार स्रोत हैं। इनमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सेलेनियम, मैंगनीज़, ज़िंक और आयरन भी होते हैं। कार्ब के प्रति जागरूक लोगों के लिए, बाम में कोई चीनी नहीं होती, यह सोडियम में कम होती है, और फॉस्फोरस में उच्च होती है।
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