कलौंजी के बीज के स्वास्थ्य लाभ और रेसिपी



कलौंजी में है हर बीमारी का इलाज़!
कलौंजी को कन्नड़ में कृष्णा जीरीगे के नाम से जाना जाता है। इन्हें काला जीरा भी कहा जाता है और ये कई पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। कलौंजी का इस्तेमाल कई तरह के व्यंजनों में मसाले के तौर पर किया जाता है।
कलौंजी के बीज का स्वाद चटपटा होता है, इन्हे सूप और स्टू में स्वाद बढ़ाने के लिए इसका उपयोग किया जाता है। इन्हे पराठा, दाल, सब्ज़ी आदि बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा, इसमें किसी भी मेडिकल कंडीशन को ठीक करने के गुण भी होते हैं।
आइए ToneOp के इस ब्लॉग में हम कलौंजी के कुछ स्वास्थ्य लाभों, व्यंजनों और पोषण मूल्य के बारे में समझते हैं।
विषयसूची
1. कलौंजी के बीज के पोषण मूल्य
2. कलौंजी के बीज के स्वास्थ्य लाभ
3. आहार में कलौंजी के बीज का उपयोग कैसे करें?
4. कलौंजी के मिश्रण वाले व्यंजन
5. आहार विशेषज्ञ की सलाह
6. निष्कर्ष
7. सामान्य प्रश्न
कलौंजी के बीज के पौषण मूल्य
कलौंजी के बीजों में पर्याप्त पोषण मूल्य होता है। कलौंजी के 100g बीजों में होते हैं:
- कैलोरी- 524 Kcal
- प्रोटीन- 17.81g
- फैट - 31g
- कार्बोहाइड्रेट- 44g
- फाइबर- 34g
- आयरन- 6.5g
- फास्फोरस- 535mg
- ज़िंक - 5mg
- सोडियम- 16mg
- कैल्शियम- 1.5mg
कलौंजी के बीज के स्वास्थ्य लाभ
यहाँ हमने कलौंजी के बीजों के स्वास्थ्य लाभों को सूचीबद्ध किया है।
1. मधुमेह को नियंत्रित करते हैं
कलौंजी मुख्य रूप से टाइप 2 मधुमेह में ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। इसलिए खाली पेट कलौंजी के तेल की काली चाय का सेवन करने से अच्छे स्वास्थ्य परिणाम मिल सकते हैं। हालांकि, इसे लेने से पहले आपको अपने पोषण विशेषज्ञ या स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना चाहिए।
2. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
थाइमोक्विनोन, टी-एनेथोल और कारवाक्रोल जैसे एंटीऑक्सिडेंट शरीर में ऑक्सीडेटिव डैमेज को रोकने और फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं। कलौंजी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट मोटापे, कैंसर, हृदय संबंधी समस्याओं और मधुमेह को रोक सकते हैं।
3. बैक्टीरिया को बनने से रोकते हैं
कलौंजी में कुछ एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो शरीर को कुछ बैक्टीरियल संक्रमणों से बचाते हैं। साथ ही, कलौंजी के तेल को लगाने से त्वचा को संक्रमण से बचाया जा सकता है और यह एंटीबायोटिक के रूप में काम करता है।
4. याददाश्त को बढ़ाते हैं
शहद और कलौंजी के बीजों का मिश्रण याददाश्त बुद्धि में मदद करते हैं। सकारात्मक परिणाम पाने और मस्तिष्क की कार्यक्षमता में सुधार के लिए आप इस मिश्रण का रोज़ाना सेवन कर सकते हैं। साथ ही कलौंजी का सेवन करने से अल्ज़ाइमर में भी फायदा होता है।
5. पेट के अल्सर और कब्ज़ को कम करते हैं
थाइमोक्विनोन नाम का कंपाउंड गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल परेशानी को आसान बनाता है और पाचन संबंधी समस्याओं को ठीक करता है। कलौंजी के बीजों का सेवन आंत की परत को संरक्षित कर सकता है और अल्सर की गठन को नियंत्रित कर सकता है।
6. वज़न घटाने में सहायक
कलौंजी के बीजों में फाइटोकेमिकल्स जैसे फाइटोस्टेरॉल तेज़ी से वज़न घटा सकते हैं। बेहतर परिणाम के लिए आप कलौंजी के भीगे हुए पानी को शहद के साथ पी सकते हैं।
7. दांतों के लिए लाभदायक
कलौंजी के बीज मसूड़ों से खून आने और मुंह के स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन औषधि हैं। यह कैविटी, मसूड़ों की सूजन और प्लाक जैसी दंत समस्याओं को कम करते हैं। आप दही और कलौंजी के बीज के पाउडर का मिश्रण बनाकर इसे मसूड़ों और दांतों पर दिन में दो बार लगा सकते हैं।
8. इसमें एंटीकैंसर गुण होते हैं
एंटीऑक्सिडेंट फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं जो लंग्स के कैंसर, सर्वाइकल कैंसर, स्तन कैंसर और पैंक्रिएटिक के कैंसर जैसे कैंसर का कारण बनते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह फ्री रेडिकल्स को बेअसर करते हैं और उनके गठन को नियंत्रित करते हैं।
9. सूजन कम करते हैं
कलौंजी के बीजों में जलनरोधी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द के लिए लुब्रीकेंट के रूप में काम करते हैं और अन्य सूजन को ठीक करते हैं।
डाइट में कलौंजी के बीज का उपयोग कैसे करें?
यहाँ कुछ टिप्स दी गयी हैं जो आपको कलौंजी के बीजों को अपने आहार में शामिल करने में मदद करेंगे।
- दालों की करी बनाने के लिए आप कलौंजी डाल सकते हैं और दाल का स्वाद बढ़ा सकते हैं।
- खुशबूदार और पौष्टिक स्वाद पाने के लिए, कलौंजी के बीजों को घी या बटर में भूनें और इसे अपनी पसंद की सब्ज़ी में डालें।
- आप बनावट और स्वाद के लिए कलौंजी के बीज को सलाद में भी शामिल कर सकते हैं।
- इसे सौंफ और सरसों के साथ अचार में मसाले के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है, क्योंकि कलौंजी के बीज में हीलिंग पावर होती है।
- आप इसे अपनी रोटी, पराठे या नान पर भी दाल सकते हैं, ज़्यादातर छोले या राजमा खाते समय। क्यूंकि यह अतिरिक्त स्वाद प्रदान करते हैं।
- तीखे स्वाद के लिए इसे स्ट्यू, सूप और सॉस में डाला जा सकता है।
- भारत के मसालों के एक मिश्रण के साथ इसे पंच फोरन नामक सबसे प्रसिद्ध मसाला में उपयोग किया जाता है।
कलौंजी के मिश्रण वाले व्यंजन
यहाँ हमने कुछ व्यंजनों को सूचीबद्ध की हैं जिन्हें आप घर पर आज़मा सकते हैं।
1. मसालेदार शकरकंद कलौंजी सलाद
शकरकंद सलाद में कलौंजी मिलाने से डिश का स्वाद बढ़ जाता है और यह और भी स्वादिष्ट बन जाती है।
सामग्री
- शकरकंद- 2, उबले हुए
- कलौंजी के बीज- 1 छोटा चम्मच
- जैतून का तेल - 1 ½ छोटा चम्मच
- सूखा अमचूर - ½ छोटा चम्मच
- लाल मिर्च पाउडर- ⅓ छोटा चम्मच
- लेट्यूस- 2 पत्ते, बारीक कटे हुए
- चुकंदर- 1 छोटा, उबला हुआ और टुकड़ों में कटा हुआ
- परमेसन चीज़ - 1 बड़ा चम्मच
- खीरा - ⅓ कटा हुआ
- टमाटर- 2 कटे हुए, सुखाए हुए
- नमक - स्वादानुसार
मिश्रण की विधि
1. एक पैन लें और उसमें तेल और कलौंजी के बीज डालें।
2. बीज फूटने पर शकरकंद डालें।
3. लाल मिर्च पाउडर, नमक और अमचूर पाउडर डालें। इसे अच्छे से मिलाएं, इसे दूसरे बाउल में डालें और ठंडा होने दें।
4. शकरकंद के मिश्रण में कटी हुई सब्ज़ियाँ और लेट्यूस डालें। अच्छी तरह मिलाएं और नमक और अमचूर पाउडर डालें।
5. किसा हुआ परमेसन चीज़ डालें, और यह सर्विंग के लिए तैयार है।
2. कलौंजी के बीज और पुदीने का पराठा
कलौंजी के गुणों से बना स्वादिष्ट पुदिने का पराठा किसी भी सब्ज़ी के साथ सर्व किया जा सकता है।
सामग्री
- कलौंजी के बीज- 1 ½ छोटा चम्मच
- गेहूं का आटा- 1 कप
- दही- ⅓ कप
- नमक - स्वादानुसार
- सेकने के लिए - घी
- पुदीने के पत्ते- ¼ कप, कटे हुए
बनाने की विधि
1. एक बाउल में मैदा, नमक, कलौंजी और पुदीने की पत्तियां मिलाएं।
2. दही डालकर अच्छी तरह मिलाएं और फिर पानी डालकर नरम आटा गूंथ लें। आटे को 15 मिनिट के लिए सैट होने दें।
3. आटे के समान आकार के हिस्से बनाएं और मोटे पराठे को चकले पर बेल लें।
4. गरम तवे पर थोड़े से घी में परांठे को सेंक लें और सब्ज़ी के साथ सर्व करें।
आहार विशेषज्ञ की सलाह
हमने आंतरिक स्वास्थ्य के लिए कलौंजी के बीज के कई फायदे देखे हैं, लेकिन आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि कलौंजी के बीज बालों के विकास के लिए भी फायदेमंद हैं। वे एंटीऑक्सिडेंट और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो बालों के विकास में मदद करते हैं, बालों के सफ़ेद होने को रोकते हैं, बालों को हाइड्रेट करते हैं, घुंघरालेपन को कम करते हैं, चमक लाते हैं और बालों का गिरना रोकते हैं।
आप कलौंजी के तेल का उपयोग नारियल के तेल या अरंडी के तेल में मिलाकर अपने स्कैल्प पर लगाकर अगले दिन धो सकते हैं।
अगर आपके पास कलौंजी का तेल नहीं है, तो 2 बड़े चम्मच कलौंजी के बीज और ½ कप नारियल का तेल लें और बीजों को नारियल के तेल में 15-20 मिनट तक उबालें और फिर तेल अपने स्कैल्प पर लगाएं। अच्छे परिणाम के लिए हफ्ते में दो बार इसका इस्तेमाल करें।
-डाइटीशियन अक्षता गांडेविकर
निष्कर्ष
कलौंजी के बीज सामयिक उपयोग और आंतरिक स्वास्थ्य दोनों के लिए बहुत अच्छे होते हैं। यह प्रोटीन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट जैसे कई पोषक तत्व प्रदान करते हैं। इसके अलावा, इसके अलग स्वाद और बनावट के कारण सूप, सलाद, करी और कई अन्य व्यंजनों में इसका इस्तेमाल किया जाता है।
सामान्य प्रश्न
1. क्या कलौंजी और निगेला एक से होते हैं?
जी हाँ, निगेला कलौंजी का वैज्ञानिक नाम है।
2. कलौंजी के बीज का सेवन कैसे और कब किया जा सकता है?
आप इनका सेवन करने से पहले बीजों को भून सकते हैं। कोशिश करें कि इसे कच्चा न खाएं; आप इन्हें रोटी, परांठा, सब्ज़ी, करी आदि बनाने में इस्तेमाल कर सकते हैं।
3. क्या कलौंजी मासिक धर्म को प्रेरित करने में मदद कर सकते हैं?
कलौंजी के बीज मासिक धर्म को प्रेरित करने के बजाय देरी करने में मदद करते हैं।
4. क्या कलौंजी के बीज का तेल गंजापन ठीक कर सकता है?
हाँ! यह बालों के नुकसान को दूर करने और बालों के विकास में मदद करते हैं।
ToneOp के बारे में
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