क्या पोहा है एक पौष्टिक नाश्ता? जानें पोहा खाने के फायदे और नुकसान!



क्या आपने कभी सुबह उठते ही है हलके मीठे और नमकीन स्वाद वाले पोहे का आनंद लिया है? हम में से ज़्यादातर लोगों ने इसे ज़रूर खाया होगा, लेकिन क्या आपको पता है इस टेस्टी और लाइट नाश्ते को खाने के फायदे और नुकसान क्या हैं?
पोहा चावल से बनाई गई भारतीय खाद्य सामग्री है। पोहा अक्सर हर एक परिवार में नाश्ते के लिए इस्तेमाल किया जाता है। इसे हर घर के हर पीढ़ी के लोग पसंद करते हैं। पोहे को प्याज़, टमाटर, आलू, करी पत्ते, और मूंगफली के साथ बनाकर नींबू और नमकीन के साथ परोसा जाता है। इन सभी सामग्रियों की वजह से ये नाश्ता पोषक तत्वों से भरपूर और हेल्दी होता है, जिसके कई फायदे होते हैं।
हम सबने सुना है की एक सिक्के के दो पहलु होते है। किसी भी चीज़ को ज़्यादा खाने से स्वास्थ्य पर असर पड़ता ही है। तो, इस ब्लॉग में हम पोहा खाने के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे!
विषयसूची
पोहा खाने के फायदे
पोहा खाने के नुकसान
कच्चा पोहा खाने के फायदे
क्या पोहा चावल से बेहतर है?
निष्कर्ष
सामान्य प्रश्न
पोहा खाने के फायदे
1. पोषक तत्वों से भरपूर
पोहा नाश्ते के रूप में हर वर्ग के लोगों की पहली पसंद रहती है। इसमें सारे न्यूट्रिएंट्स प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं। पोहे में आम तौर पर हेल्दी कार्बोहाइड्रेट, विटामिन, फाइबर, प्रोटीन और अन्य मिनरल जैसे विटामिन B, आयरन और फोलिक एसिड पाए जाते हैं। ये सारे मिनरल्स आपकी एनर्जी को बढ़ाने में मदद करते हैं। इसलिए सुबह-सुबह पोहा खाना बेहद फायदेमंद होता है।
2. पचाने में आसान
जिन लोगों को डाइजेशन की दिक्कत है, उनके लिए पोहा एक सम्पूर्ण नाश्ता है। बाकी नाश्ते की तुलना में पोहा अत्यंत लाइट होता है और पचाने में आसान भी, जो इसे कमज़ोर डाइजेशन वाले लोगों के लिए एक अच्छा विकल्प बनाता है।
3. कैलोरीज़ में कम
अगर आप कैलोरी इनटेक को लेकर परेशान हैं, तो पोहा आपके लिए सबसे अच्छा विकल्प है। एक कटोरी पोहे में बाकी नाश्तों से कई कम मात्रा में कैलोरी होती है जो इसे वज़न घटाने वाले लोगों के लिए अच्छा विकल्प बनाती है। साथ ही इसमें फाइबर की प्रचुर मात्रा है जो आपको लंबे समय तक भरा हुआ महसूस करने में मदद करता है।
4. आयरन से भरपूर
पोहा आयरन का एक अच्छा स्रोत है, जो सर्कुलेशन और रेड ब्लड सेल्स का अहम कारण है। इसके सेवन से हम एनीमिया का खतरा कम करने के साथ साथ शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा को बरक़रार रख सकते हैं। पोहे में हम मटर, बादाम और अन्य सब्ज़ियां डालकर इसे और भी हेल्दी और आयरन से भरपूर बना सकते हैं।
5. ग्लूटन-फ्री
जो लोगों को ग्लूटन इनटॉलेरेंस (ग्लूटन से एलर्जी) है, उन लोगों के लिए पोहा सबसे अच्छा विकल्प है। साथ ही जो लोग सीलिएक नामक बीमारी से पीड़ित है, वो भी गेहू के जगह पोहे का सेवन अपने ब्रेकफास्ट में कर सकते हैं।
6. हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहतर
पोहा हमारे हृदय स्वास्थ्य के लिए बेहद अच्छा है क्योंकी इसमें कोलेस्ट्रॉल और नुकसानदायक फैट्स कम और फोलेट की मात्रा ज़्यादा होती है जो होमोसिस्टीन लेवल को काबू में रखता है। इसमें पाए जाने वाले करी पत्ते और हल्दी के कारण इसमें एंटी इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक हैं।
पोहा खाने के नुकसान
1. हाई-ग्लाइसेमिक इंडेक्स
हाई ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ ब्लड शुगर लेवल के बढ़ने का खतरा बढ़ा सकते हैं जो डायबिटीज़ से पीड़ित लोगों के लिए घातक साबित हो सकता है। पोहे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है, इसलिए हमेशा ये सलाह दी जाती है कि पोहे को किसी फाइबर और प्रोटीन से भरपूर खाद्य पदार्थ जैसे मूंगफली या दूध के साथ मिलाकर खाया जाए।
2. सोडियम की भरपूर मात्रा
कुछ व्यापारिक प्रकार के पोहा में स्वाद को बढ़ाने के लिए नमक मिलाया जाता है। हाई ब्लड प्रेशर और हृदय समस्याओं का जोखिम नमक की अधिक खपत से बढ़ जाती है। इस खतरे से बचने के लिए शुद्ध आर्गेनिक पोहे का इस्तेमाल करें।
3 . एलर्जिक रिएक्शन
कुछ व्यक्तियों को चावल के प्रति एलर्जी हो सकती है, जिससे पोहा खाने पर नकारात्मक प्रभाव हो सकता है। आमतौर पर, पोहे के कारण कोई एलर्जिक प्रतिक्रिया नहीं होती है, लेकिन यदि आपको सांस लेने में कठिनाई, सूजन और खुजली जैसे लक्षण होते हैं, तो आप डॉक्टर और आहार विशेषज्ञ से जरूर परामर्श करें।
कच्चा पोहा खाने के फायदे
कच्चा पोहा, यानी बिना पकाए हुए पोहे का सेवन कुछ लोगों के लिए फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इसमें कुछ न्यूट्रिएंट्स होते और यह आसानी से पचने में मदद कर सकता है। कच्चे पोहे के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं:
पचाने में आसान
वज़न नियंत्रण में मदद
क्या पोहा चावल से बेहतर है?
पोहा और चावल दोनों भिन्न प्रकार के अनाज होते हैं और उनके अपने गुण होते हैं। इनमें से कौन सा बेहतर है, आपके आहार आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं पर निर्भर करता है।
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निष्कर्ष
बैलेंस्ड डाइट हमें अच्छी हेल्थ प्रदान करती है। पोहा एक ऐसा खाद्य पदार्थ है जो हमें बैलेंस डाइट के साथ-साथ हमारे आहार में प्रचुर मात्रा में न्यूट्रिएंट्स भी जोड़ता है। माइंडफुल ईटिंग, पोरशन साइज़ और सामग्रियों की सही समझ से आप पोहे को हेल्दी तरीके से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
पोहा एक बहुमुखी और न्यूट्रिशन से भरपूर खाद्य पदार्थ है जो हमें कई लाभ प्रदान करता है। साथ ही ये ग्लूटेन-फ्री होता है और पचाने में आसान है। लेकिन, बाकि चीज़ों की तरह पोहे का भी हमें नियंत्रित सेवन करना चाहिए।
सामान्य प्रश्न
1. क्या पोहा खाने से वज़न बढ़ता है?
नहीं, काम तेल में बनाये गए और नियंत्रित मात्रा में पोहा खाने से वज़न नहीं बढ़ता।
2. क्या पोहा ब्लड शुगर लेवल बढ़ाता है?
पोहे का ग्लाइसेमिक इंडेक्स हाई होता है जो हमारे शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ा सकता है।
3. क्या पोहा चावल से बेहतर है?
हाँ पोहा कुछ मामलों में चावल से बेहतर है क्यों की इसमें फाइबर की अधिक मात्रा पाई जाती है।
4. क्या हम दही के साथ पोहे को खा सकते हैं?
हाँ हम दही के साथ पोहे को खा सकते हैं। ये ऑप्टीमल शुगर लेवल को बैलेंस और मेंटेन करने में मदद करता है।
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